अगर नहीं किए इस तीर्थ स्थल के दर्शन तो अधूरी मानी जाएगी चार धाम यात्रा
अगर आप धार्मिक पर्यटन करते हैं तो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का ट्रिप जरूर प्लान करना चाहिए.
इस शहर में नैमिषारण्य नाम का एक पवित्र तीर्थ स्थल है, जो गोमती नदी के किनार बसा है.
इस जगह को नैमिषारण्य के अलावा नैमिष या नीमसार के नाम से भी जाना जाता है.
इस जगह के बारे में कहा जाता है कि नैमिष की यात्रा के बिना चार धाम की यात्रा पूरी नहीं होती है.
इस जगह के बारे में मान्यता है कि यहां सभी तीर्थों का वास रहता है.
इस जगह को कलियुग से बचने के लिए 88 हजार ऋषि-मुनियों ने तप किया था. माना जाता है कि इस जगह पर अब तक कलियुग की एंट्री नहीं हुई है.
इस जगह का जिक्र रामायण में मिलता है. कहा जाता है कि इस जगह पर भगवान श्रीराम ने अश्वमेघ यज्ञ पूरा किया था.
इस जगह पर ही महर्षि वाल्मीकि और लव-कुश से उनका मिलन हुआ था. इस जगह का जिक्र महाभारत में भी है.
नीमसार में युधिष्ठिर और अर्जुन आए थे. मान्यता है कि प्राचीन काल में इस जगह पर 88 हजार साधु-संतों ने तप किया था.