इस कैफे में 100 साल पुराने तेल में बनाया जाता है Burger, बेहद दिलचस्प है कहानी

हम जब भी कभी खाने-पीने के लिए कही बाहर जाते हैं तो सबसे पहली चीज जो हम जानना चाहते हैं वो ये है कि खाना कितना साफ-सफाई से बना है.

कई बार लोग स्वाद के चक्कर में इन चीजों के बारे में भी नहीं सोचते हैं. कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है एक अमेरिकन फास्टफूड ब्रांड के साथ. 

लोग जब भी कुछ खाते हैं तो उसके स्वाद में इतने खो जाते हैं कि ये सोच भी नहीं पाते कि इसे बनाया कैसे गया होगा. एक ऐसे ही स्वादिष्ट बर्गर के पीछे का सच खुद रेस्टोरेंट ने बताया फिर भी लोगों को फर्क नहीं पड़ा. डायर्स बर्गर का नाम तो आपने सुना ही होगा. 

साल 1912 में Elmer Doc Dyer ने अमेरिका के मेमफिस नाम के शहर में एक बर्गर प्वाइंट की शुरूआत की थी. 

उन्होंने पेटीज़ को लाजवाब बनाने के लिए एक खास सीजनिंग का इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से लोग उनके बर्गर खाए बिना नहीं रह पाते थे.

लेकिन ये बात तब तक नहीं थी, जब तक कि एक दिन उनका कुक रात में तवा साफ करना भूल गया. अगले दिन जब वह आया, तो उसी गंदे तवे पर पेटीज़ बनानी शुरू कर दी.

मालिक कुछ कह पाते उससे पहले ही एक ग्राहक ने आकर कहा कि इतना स्वादिष्ट बर्गर उन्होंने पहले कभी नहीं खाया. बस, वहीं से अच्छे बर्गर का राज़ बन गया बिना धोया हुआ तवा और पुरानी ग्रीस. 

डायर्स बर्गर के मालिक रॉबर्टसन बताते हैं कि उनके बड़े से कास्ट आयरन तवे पर पेटीज़ को सेंका जाता है, जिस पर करीब 100 साल पुरानी ग्रीस मौजूद है.

रॉबर्टसन का कहना है कि उनके ग्राहक इस बात को अच्छे से जानते हैं और वे खुद कहते हैं कि न केवल पेटीज़, बल्कि बर्गर के बन को भी इसी फ्लेवर से भरपूर ग्रीस में सेंका जाए, तो बर्गर का स्वाद और बेहतर हो जाएगा.

इस रेस्टोरेंट में हर दिन 750 से 1000 पाउंड तक का माल तैयार किया जाता है और बिकता है. किसी को इस बात की परवाह नहीं होती कि वे 100 साल पुरानी ग्रीस में पका हुआ बर्गर खा रहे हैं.