इस देश में 12 नहीं 13 महीनों का होता है एक साल, जानें ऐसा क्यों?
हम जिस देश की बात कर रहे हैं, वो अफ्रीका महाद्वीप में बसा है. अफ्रीका महाद्वीप में बसे इस देश का नाम इथियोपिया है.
इस देश का कैलेंडर दुनिया के कैलेंडर से करीब 7 साल, 3 महीने पीछे चल रहा है. इसके अलावा इस देश में एक साल में 12 महीने के बजाय 13 महीने होते हैं.
यानी कि हम अगर 2024 में जी रहे हैं तो ये सभी आज 2017 में जी रहे हैं.
बता दें कि 13वें महीने को Undecimber कहते हैं. इस देश की कुल जनसंख्या लगभग 85 लाख से ज्यादा है,
लेकिन आबादी के मुताबिक, यह देश अफ्रीका का दूसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है.
इथियोपिया आज भी जूलियस सीजर के कैलेंडर को फॉलो करता है, जो पूरी दुनिया में इस्तेमाल किए जाने वाले ग्रेगोरियन कैलेंडर से लगभग 7 साल 3 महीने पीछे है.
इसलिए इथियोपिया में नया साल भी 1 जनवरी के बजाए 11 सितंबर को मनाया जाता है.
बता दें कि पूरी दुनिया में ग्रेगोरियन कैलेंडर की शुरुआत 1582 में हुई थी, इससे पहले जूलियन सीजर के कैलेंडर का इस्तेमाल हुआ करता था.
हालांकि, जब नया कैलेंडर आया तो सभी देशों ने इसे अपना लिया. लेकिन कई देश इसका विरोध कर रहे थे. इनमें इथियोपिया भी एक था. इथियोपिया में रोमन चर्च की छाप रही है.
यानी इथियोपियन ऑर्थोडॉक्स चर्च को मानता रहा कि ईसा मसीह का जन्म 7 BC में हुआ था और इसी के अनुसार कैलेंडर की गिनती शुरू हुई.
वहीं, दुनिया के बाकी देशों में ईसा मसीह का जन्म AD1 में बताया गया है. यही वजह है कि इथियोपिया का कैलेंडर अब भी 2016 में अटका हुआ है, जबकि तमाम देश 2023 में जी रहे हैं.