इस देश में टॉयलेट जानें के लिए भी दिखाना पड़ता है पासपोर्ट, जानें वजह

पूर्वोत्तर में लंबे समय से भारत म्यांमार के बीच जारी मुक्त आवागमन अब बंद कर दिया गया है.

केंद्र सरकार ने यह व्यवस्था आधिकारिक तौर पर छह फरवरी से लागू भी कर दी है. इसी के साथ दोनों देशों के बीच तारबंदी शुरू कर दी गई है.

चूंकि दोनों देशों के बीच बड़ी संख्या में ऐसे भी घर बने हैं, जिनके बेडरुम तो भारत में है, लेकिन किचन या टॉयलेट म्यांमार की सीमा में है.

ऐसे में अब बड़ा सवाल यह है कि क्या अब इन घरों में बेडरूम से किचन में जाने के लिए भी पासपोर्ट दिखाना होगा.

इसी के साथ एक और सवाल यह कि घरों के बीच से कैसे तार बंदी होगी. इन्हीं सवालों के बीच फिलहाल इस प्रोजेक्ट को रोक दिया गया है.

म्यांमार सीमा से लगते भारत के चार राज्य हैं. इन चारों राज्यों से अब तक म्यांमार की सीमा में मुक्त आवागमन था और लोग दोनों देशों की सीमा में 16 किमी तक बेधड़क आते जाते थे.

लेकिन अब 6 फरवरी से मुक्त आवागमन बंद होने और दोनों देशों के बीच तारबंदी शुरू होने से यहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

सबसे बड़ी मुश्किल तो बिलकुल सीमा पर बसे गांवों में देखी जा रही है. यहां बड़ी संख्या में ऐसे घर हैं जिनके बीच से अंतरराष्ट्रीय सीमा निकलती है.

ऐसे में किसी घर का बेडरूम भारत में है तो किचन म्यांमार में है. वहीं किसी का ड्राइंग रूम इधर है तो टॉयलेट उधर.