क्या आपने भारतीय सेना के मेजर शैतान सिंह की बहादुरी की गाथा सुनी है?

आज मेजर शैतान सिंह का 100वां जन्मदिन है, इस वेबस्टोरी में जानिए उनकी जिंदगी और आखिरी जंग के किस्से…

Major Shaitan Singh ने भारत चीन युद्ध लड़ा था, सन् 1962 में

China की कायर सेना बड़े झुंड में आई और भारतीय इलाके में घुसपैठ की, तब Major Shaitan Singh ने उनसे लोहा लिया था

Major Shaitan Singh युद्ध में बुरी तरह जख्मी हो गए, मगर वह घायल आंतें समेटकर लड़ते रहे

वो 18 नवंबर 1962 का दिन था, मेजर शैतान सिंह तड़के 3 बजे लद्दाख की रेजांग ला आर्मी पोस्ट पर थे

हाड़ जमा देने वाली ठंड में शैतान सिंह अपने साथियों के साथ 303 राइफल और लाइट मशीन गन लेकर डटे हुए थे

China की तरफ से उस वक्त 2 हजार से ज्यादा चीनी सैनिकों ने लद्दाख के रेजांग ला में हमला किया

Major Shaitan Singh ने तब अपने 124 साथी जवानों की मदद से 1300 चीनी सैनिक मारे

मेजर की बहादुरी के कारण China की सेना श्रीनगर की तरफ आगे नहीं बढ़ पाई, युद्ध के बाद वह मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाजे गए