अफगानिस्तान में फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीट, जिसे टिड्डी कहते हैं. वो अफगानिस्तान में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
इसी को देखते हुए भारत ने 40,000 लीटर मैलाथियान नामक कीटनाशक भेजा है. इस मदद पर अफगानिस्तान ने भारत का शुक्रिया अदा किया.
अफगानिस्तान मंत्रालय ने भारत के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि सहायता से देश के भीतर टिड्डियों से लड़ने में मदद मिलेगी और आने वाली टिड्डियों को रोका जा सकेगा.
भारत अफगानिस्तान के लोगों के लिए अपनी मानवीय सहायता जारी रख रहा है, जिसमें अभूतपूर्व भोजन की कमी से निपटने के लिए गेहूं की आपूर्ति से लेकर संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित ड्रग्स कैंप के लिए सामग्री शामिल है.
भारत सरकार ने अफगानिस्तान के भीतर गेहूं के आंतरिक वितरण के लिए संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के साथ साझेदारी की है.
इस साझेदारी के तहत, भारत ने अफगानिस्तान में यूएस डब्ल्यूएफपी केंद्रों को सहायता के रूप में 47,500 मीट्रिक टन गेहूं की आपूर्ति की है.
कोरोना के वक्त भी भारत सरकार ने अफगानिस्ता को कोरोना के टीके मुहैया कराया थे. इसके अलावा भारत ने ऑक्सीजन गैस, मास्क जैसे अन्य जरूरी समानों का खेप भेजा था.