आतंकियों-खालिस्तानियों को चुन-चुनकर मार रहा भारत, इस रिपोर्ट में हुआ दावा
ब्रिटिश अखबार गार्जियन ने दावा किया है कि पाकिस्तान में हो रहीं भारतीय दुश्मनों की हत्याओं के पीछे भारत की खुफिया एजेंसी 'रिसर्च एंड एनालिसिस विंग' (रॉ) का हाथ है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के पास 'रिसर्च एंड एनालिसिस विंग' का सीधा कंट्रोल है.
यही वजह है कि गार्जियन की रिपोर्ट में दावा किया गया है पड़ोसी मुल्क में हत्या का ऑर्डर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑफिस से आ रहा है.
भारत और पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों के हवाले से लिखी गई रिपोर्ट में बताया गया कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान में हत्याओं का सिलसिला बढ़ गया है.
अज्ञात हमलावरों ने 2020 से अब तक 20 लोगों को मौत के घाट उतारा है.
दो भारतीय खुफिया अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि रॉ ने पुलवामा हमले के बाद विदेशों में छिपे दुश्मनों के खात्मे पर जोर देना शुरू किया.
पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने 14 फरवरी, 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया.
इस अटैक में 40 जवान शहीद हो गए थे. पुलवामा हमले की वजह से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते इतने ज्यादा तनावपूर्ण हो गए थे कि युद्ध की नौबत आ पड़ी.
एक भारतीय खुफिया अधिकारी ने बताया, "पुलवामा के बाद देश के बाहर मौजूद 'दुश्मनों' के हमला करने या कोई गड़बड़ी पैदा करने से पहले उन्हें निशाना बनाने का दृष्टिकोण पैदा हुआ.
हम हमलों को रोक नहीं सकते थे, क्योंकि उनका सुरक्षित ठिकाना पाकिस्तान में था, इसलिए हमें खुद ही उन तक पहुंचना पड़ा."
अधिकारी ने आगे बताया कि इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सरकार के सबसे उच्चतम स्तर से मंजूरी की जरूरत होती है.
अधिकारी ने बताया कि भारत ने इजरायल की मोसाद और रूस की केजीबी जैसी खुफिया एजेंसियों से प्रेरणा ली है, जो विदेशों में दुश्मनों को ठिकाना लगाने में माहिर हैं.