नेवी के जवानों को मिलेगी रैपिड गन, 12 किलो की गोली से नेस्तनाबूद होंगे शिप

भारतीय नौसेना को मजबूत करने के लिए उनके जवानों को 16 रैपिड गन माउंट गन मिलने वाली है.

रक्षा मंत्रालय ने इस खतरनाक बंदूक के लिए बीएचईएल के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है.

जानकारी के मुताबिक यह कॉन्ट्रैक्ट करीब 2956 करोड़ का है जो कि काफा महत्वकांक्षी है.

इस गन की खासियत यह है कि आम ऑटोमैटिक तोप के गोले से छोटी और मशीन गन की गोली से बड़ी गोली वाली होती है.

इसे ओटीओ मेलारा ने बनाया था लेकिन भारत एक लाइसेंस के तहत इसे बनाता है.

इस बंदूक का इस्तेमाल एंटी मिसाइल प्वॉइंट डिफेंस, एंटी एयरक्राफ्ट एंटी सरफेस और ग्राउंड सपोर्ट के लिए सक्षम है.

इसमें आर्मर पीयर्सिंग के अलावा गाइडेड राउंड्स डायरेक्टेड फ्रैग्मेंटेशन इफेक्ट्स वाली गोली फायर की जा सकती है.

इस बंदूक का वजन करीब 7.5 टन है और गोली का अधिकतम वेट साढ़े 12 किलो हैं.