3 जून 1947 को, ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने ‘माउंटबेटन प्लान’ की घोषणा की,और यह तय हुआ कि भारत को दो देशों में बांटा जाएगा – भारत और पाकिस्तान.
उन्होंने एक लकीर खींच दी, जिसने हज़ारों साल पुरानी सभ्यता को दो हिस्सों में बांट दिया.ब्रिटिश अधिकारी सर सिरिल रेडक्लिफ को भारत और पाकिस्तान की सीमा तय करने का जिम्मा दिया गया,उन्हें एक ऐसा देश बांटना था जिसे वह ठीक से जानते भी नहीं थे.
लाखों लोगों को अपना घर छोड़कर नए देश की ओर भागना पड़ा, ट्रेनें लोगों से भरी हुई थीं, लेकिन इनमें से कई ट्रेनें गंतव्य तक नहीं पहुंच सकीं – वे लाशों से भरी हुई वापस लौटीं.
विभाजन के साथ ही, कश्मीर और अन्य मुद्दों को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता गया, 1947, 1965, 1971 और 1999 में दोनों देशों के बीच युद्ध हुए, और आज भी, विभाजन का दर्द दोनों देशों के बीच खिंची इस लकीर में देखा जा सकता है.