तुर्किए से प्यार, हग और हिंदी में 'थैंक्स' की कहानियां लेकर लौटी रेस्क्यू टीम
नडीआरएफ की टीम अपने साथ प्यार, अपनेपन और इंसानियत की अनगिनत कहानियां लेकर भारत लौटी है
इसमें बस जज्बात और एहसास हैं.
एनडीआरएफ का मिशन चुनौतियों संग जज्बातों, पेशेगत और निजी एहसासों से सराबोर रहा
मुश्किल भरे मिशन के बाद ये टीम भारत भले ही लौट आई हो, लेकिन इनके दिलों में अभी भी तुर्किए धड़क रहा है
इनके दिल का एक हिस्सा ये सोच रहा है कि क्या "हम और लोगों की जान बचा सकते थे.
वहीं दूसरी तरफ दिल का एक हिस्सा भूकंप से गमगीन लोगों से मिले प्यार और मोहब्बत से भरा हुआ है
तुर्किए के कई नागरिकों ने अपने 'हिंदुस्तानी' दोस्तों ' को धन्यवाद कहा
भूकंप के तुरंत बाद 7 फरवरी को अपना ऑपरेशन शुरू किया था
जिसमें दो युवा लड़कियों को जिंदा बचाया गया था और पिछले हफ्ते भारत लौटने से पहले मलबे से 85 शव निकाले गए थे