भारत और मालदीव के बीच करीब 6 महीने से जारी तनातनी के बाद, रिश्तों में सुधार के लिए मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर अपने पहले आधिकारिक भारत दौरे पर हैं.
दौरे के दौरान ही मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर और एस जयशंकर के बीच नई दिल्ली में बैठक होते ही सभी भारतीय सैनिकों की माले से घर वापसी हो गई है.
अपने चुनावी प्रचार के दौरान मोहम्मद मुइज़ू ने मालदीव की जमीन पर भारतीय सेना की तैनाती को खत्म करने का वादा किया था.
मालदीव से भारतीय सेना की पूर्ण वापसी के लिए 10 मई तक का समय था. जिसके बाद आज भारत के सभी सैनिकों की घर वापसी हो गई है.
बता दें कि राष्ट्रपति मुइज्जू को चीन समर्थक नेता माना जाता है. उसने सत्ता में आने के बाद भारतीय सैनिकों की देश में तैनाती का विरोध जताया था और वापस भेजने के आदेश जारी किए थे.
मोइज्जू के चुनाव प्रचार अभियान में मालदीव में तैनात लगभग 90 भारतीय सैन्य कर्मियों की स्वदेश वापसी प्रमुख बात थी.
भारतीय सैन्यकर्मी भारत की ओर से उपहार में दिए गए दो हेलीकॉप्टरों और डोर्नियर विमान के संचालन तथा रखरखाव के लिए मालदीव में तैनात थे.
इससे पहले मालदीव सरकार ने घोषणा की थी कि 51 सैनिकों को सोमवार को भारत वापस भेज दिया गया है.
सरकार ने आधिकारिक दस्तावेज के हवाले से मालदीव में 89 भारतीय सैनिकों की मौजूदगी की जानकारी दी थी.