कोहिनूर हीरे का इतिहास काफी जटिल है, आंध्र प्रदेश के काकतीय वंश से लेकर ब्रिटिश शाही परिवार तक, कई शासकों और राजवंशों ने इसकी मिल्कियत संभाली है.