INS Sandhayak से भारत देगा चीन की इस हरकत का मुहतोड़ जवाब

भारतीय नौसेना 3 फरवरी 24 को विशाखापट्टनम में नौसेना डॉकयार्ड में अपने सबसे नए सर्वे वेसल संध्याक कमीशन करने जा रहा है.

इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार मौजूद रहेंगे. 

इस जहाज को मेसर्स गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता ने बनाया है. इसके अलावा ऐसे चार और सर्वे जहाज बनाए जाएंगे.

इस परियोजना का संचालन भारतीय नौसेना के वारशिप डिजाइन ब्यूरो करेगी. संध्याक की सारी टेस्टिंग और समुद्री ट्रायल हो चुके हैं. 

यह आयोजन भारतीय नौसेना की क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण वृद्धि का प्रतीक है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में इसकी उपस्थिति को मजबूत करता है. 

नया संध्याक दो डीजल इंजनों द्वारा चलता है. यह 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से समंदर में चल सकता है. 

इसकी रेंज 11 हजार किलोमीटर है. अगर गति कम की जाए तो यह 26 हजार किलोमीटर तक जा सकता है.

इसमें 18 अधिकारी और 160 नौसैनिक तैनात हो सकते हैं. 288.1 फीट लंबे जहाज का वजन 3400 टन है. यह 80 फीसदी स्वदेशी है. 

इसमें एक बोफोर्स 40 मिलिमीटर गन लगी है. इसमें एक चेतक हेलिकॉप्टर तैनात हो सकता है.

इसकी बीम 42 फीट ऊंची है. इसकी तैनाती पूर्वी नौसैनिक कमांड विशाखापट्टनम में होगी.