भारत में ट्रेनों का समय से लेट होना आम बात है, खासकर सर्दी के मौसम में कोहरे की वजह से ट्रेनें कई घंटों की देरी से चलती हैं.

लेकिन आज हम आपको भारत की सबसे ज्यादा लेट ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे अपने स्थान तक पहुंचने में घंटों या दिनों नहीं, बल्कि सालों का समय लगा था. 

यह घटना 2014 की है, जब विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) से बस्ती (उत्तर प्रदेश) तक एक मालगाड़ी को पहुंचने में लगभग 4 साल लग गए. 

यह ट्रेन भारतीय रेलवे के इतिहास की सबसे लेट ट्रेन मानी जाती है. इस घटना के बाद रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी भी हैरान रह गए थे.

रिपोर्ट्स के अनुसार इसे महज 42 घंटों में अपना सफर पूरा करना था, लेकिन इसे अपने गंतव्य तक पहुंचने में 3 साल, 8 महीने, और 7 दिन का वक्त लगा. 

यह दुनिया की सबसे ज्यादा देरी से चलने वाली ट्रेन मानी जाती है. इस मालगाड़ी में 1316 बोरी डाइ-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) लदा हुआ था.

यह ट्रेन 10 नवंबर 2014 को अपने स्टेशन से रवाना हुई और 25 जुलाई 2018 को उत्तर प्रदेश के बस्ती रेलवे स्टेशन पर पहुंची.

इस मामले को लेकर कई शिकायतों के बाद पता चला कि यह ट्रेन रास्ते में ही लापता हो गई थी. जांच में यह खुलासा हुआ कि यह ट्रेन गलत दिशा में चली गई थी.