अंतर्राष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस, हॉलीवुड स्टार Marilyn Monroe भी हकलाती थीं

रोमन सम्राट क्लॉडियस, ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल, हॉलीवुड आइकन मर्लिन मुनरो और जेम्स अर्ल जोन्स जैसे हस्तियों में एक बात समान है- ये सभी हकलाते थे.

लेकिन इन लोगों ने अपनी कमजोरी को कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया और बड़ी खूबसूरती से इस पर जीत हासिल की.

International Stuttering Awareness Day यानि अंतर्राष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस हर साल 22 अक्टूबर को इसे सेलिब्रेट किया जाता है.

हकलाहट एक ऐसी समस्या है जो किसी भी पब्लिक फोरम पर आपको बोलने से रोकती है. हकलाने वाला शख्स कॉन्फिडेंट नहीं रहता और अक्सर डिप्रेस्ड रहता है.

यही कारण थे कि जागरूकता फैलाने के लिए इसे मनाया जाने लगा. आखिर कब, कैसे और क्यों इसे मनाने की जरूरत महसूस की गई?

अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस पहली बार 1998 में मनाया गया और तब से इसे हर साल 22 अक्टूबर को इसे सेलिब्रेट किया जाता है.

दरअसल लोग हकलाहट की समस्या से जूझ रहे लोगों का मजाक उड़ाते थे तो इसे कुछ संगठनों ने गंभीर मुद्दा मानते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने का फैसला लिया.

अंतरराष्ट्रीय स्टटरिंग एसोसिएशन , इंटरनेशनल फलूएन्सी एसोसिएशन और यूरोपियन लीग ऑफ स्टटरिंग एसोसिएशन ने मिलकर एक अभियान के तौर पर शुरुआत की.