क्या मदद की आड़ में पुतिन-बाइडेन दे रहे नई जंग को हवा?

ईरान-इजराइल की बीच जारी तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों ही देश एक दूसरे पर फिर से हमला करने की धमकी दे रहे हैं.

रक्षा विशेषज्ञों का मानें तो जंग की इस चिंगारी में घी का काम अब अमेरिका और रूस कर रहे हैं.

रूस ने ईरान को कई लड़ाकू विमान और भारी मात्रा में हथियार देने की डील की है. उधर इजराइल की मदद के लिए फिर से अमेरिका आगे आ गया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल को एक अरब डॉलर, यानी करीब 8340 करोड़ रुपये के हथियार बेचने का फैसला लिया है.

वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट ने इस डील का दावा किया है. हथियारों की डील की अंतिम मंजूरी होना अभी बाकी है.

इजराइल और अमेरिका के बीच हो रहे इस सौदे में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को तोप के गोले, एडवांस गन्स और मोर्टार के गोले दिए जाएंगे.

हमास के साथ जंग में भी अमेरिका ने इजराइल का साथ दिया था और अब फिर से वह इसके साथ खड़ा है.

इधर इजराइल की मदद के लिए अमेरिका खड़ा है तो वहीं ईरान के कंधे पर अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने हाथ रख दिया है.

अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी के अनुसार इजराइल से जंग के लिए रूस ईरान को कई बड़े हथियार सप्लाई करने वाला है.

इससे लड़ाकू एयरक्राफ्ट, एमआई-28 हेलीकॉप्टर और एक्सप्लोसिव शामिल हैं. रूस इन हथियारों की डिलिवरी फास्ट-ट्रैक बेस पर रूस करेगा.

ईरान के सरकारी मीडिया में छपी कई रिपोर्ट्स के अनुसार रूस Su-35 फ्लैंकर लड़ाकू विमानों को अगले सप्ताह की शुरुआत में ही ईरान पहुंचा सकता है.

इजराइल के साथ चल रहे तनाव के बीच इन लड़ाकू विमानों का ईरान पहुंचना महत्वपूर्ण हो सकता है. इसके अलावा रूस MI-28 अटैक हेलीकॉप्टर भी ईरान को देगा.