अमेरिका की माइक्रोवेव मिसाइलें छुड़ा सकती हैं ईरान के पसीने?
अमेरिका की माइक्रोवेव मिसाइल ईरान और उसके एटमी ठिकानों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गई है.
इस मिसाइल को इंटरसेप्ट करना बहुत मुश्किल है. मिसाइल की ये वो तकनीक है, जो अमेरिका के अलावा दुनिया के किसी भी देश के पास नहीं है.
ईरान अगर इजरायल पर फिर से हमला करता है. अगर रईसी की सेना अमेरिका के खिलाफ जंग छेड़ती है, तो अमेरिका इस मिसाइल का इस्तेमाल कर सकता है.
यही वजह है कि अरब में इस वक्त महाजंग का सबसे बड़ा मैदान तैयार हो चुका है.
महाजंग में सिर्फ महाशक्तियों की ही एंट्री नहीं हुई है, बल्कि युद्ध की आग एक दर्जन देशों में फैल चुकी है.
अरब और मिडिल ईस्ट के जिन देशों में जंग की आग भड़क चुकी है, वो हैं-ईरान, इजरायल, इराक, सीरिया, लेबनान, जॉर्डन, यमन और अजरबैजान.
वहीं, जो देश पर्दे के पीछे से युद्ध में शामिल हैं वो हैं अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन, उत्तर कोरिया.
इसका मतलब ये हुआ कि अरब जंग में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 13 देश उतर चुके हैं.
13 देशों की एंट्री ही महाविनाश की मुनादी कर रही है. युद्ध में एक दर्जन देश उतर चुके हैं,
यही वजह है कि दुनिया के बड़े रक्षा विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि अरब में तीसरे विश्व युद्ध का आगाज हो चुका है. आने वाले वक्त में विनाश का क्षेत्रफल बढ़ता ही जाएगा.