ईरान के लिए इस देश का किंग बनेगा सबसे बड़ा नासूर, कहा- बंद करे हमले

ईरान के इजराइल पर हमला शुरू करने के बाद ही क्षेत्र में तैनात अमेरिका और इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव हो गए थे.

रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान की ओर से आ रहे 99 फीसद ड्रोन और मिसाइलों को इजराइल तक पहुंचने से पहले ही नष्ट कर दिया गया. 

इस हमले से इजराइल को बचाने में अमेरिका के अलावा ब्रिटेन और जॉर्डन ने भी इजराइल का साथ दिया. 

आपको बता दें जॉर्डन गाजा युद्ध की शुरुआत से इजराइल का विरोध करता आया है और लोकेशन के लिहाज से भी जॉर्डन मुस्लिम खाड़ी देशों के बीच में बसा है.

लेकिन ये बात भी गौर करने वाली है कि जॉर्डन के अलावा किसी और मुस्लिम देश ने इजराइल की हमलें से बचाने में मदद नहीं की. 

जॉर्डन के इस साथ के बाद सोशल मीडिया पर एक मीम वायरल हुआ जिसमें जॉर्डन किंग को इजराइल आर्मी की ड्रेस पहने दिखाया गया है.

 हर कोई यही सवाल कर रहा है गाजा युद्ध में इजराइल की अलोचना करने वाला देश ने इस हमले में इजराइल की मदद क्यों की?

मामले के तूल पकड़ने के बाद जॉर्डन ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि उसने आत्मरक्षा के तहत ईरानी ड्रोन को रोका था, न कि इजराइल की मदद करने के लिए. 

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी जॉर्डर के किंग से बात कर चुके हैं. ऐसे में अगर जॉर्डन इजराइल के इशारों पर चलता रहा तो तनाव बढ़ने पर ईरान के लिए मुश्किल पैदा हो सकती है.

जॉर्डन और इजराइल के बीच 1994 में शांति समझौता हुआ था. इससे पहले जॉर्डन 1948 और 1973 के बीच इजराइल के साथ चार युद्ध लड़ चुका है,

हालांकि इजराइल ने जॉर्डन के इस कदम का स्वागत किया है. वहीं फिलिस्तीन ने जॉर्डन की हमलों में भूमिका की निंदा की है और गाजा में सैन्य हमले का समर्थन करने का आरोप लगाया है.