ईरान के हमले से बौखलाया अमेरिका, करेगा हमला!

 जॉर्डन में सीरिया की सीमा के पास अमेरिकी सैन्‍य अड्डे टॉवर 22 पर खूनी ड्रोन हमले के बाद हालात बहुत तनावपूर्ण हो गया है. 

हमले में कम से कम तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए और 34 से ज्यादा घायल हो गए. 

इसके बाद रिपब्लिकन पार्टी (जीओपी/ग्रैंड ओल्ड पार्टी) का राष्ट्रपति जो बाइडेन पर ईरान पर ‘जवाबी हमला’ करने का दबाव है. 

इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार किसी अमेरिकी सैनिक की हमले में मौत हुई है. 

इराक के इस इस्‍लामिक गुट को ईरान का समर्थन माना जाता है. यही वजह है कि अब अमेरिका के ईरान पर जवाबी हमला करने की आशंका तेज हो गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका बिना घोषणा किए चोरी छिपे हमला कर सकता है ताकि ईरान को कड़ा संदेश दिया जा सके। यही नहीं बाइडन प्रशासन सीधे ईरानी अधिकारियों को निशाना बना सकता है. 

अमेरिकी सूत्र ने कहा कि अमेरिका गाजा युद्ध शुरू होने के बाद अब तक का सबसे बड़ा ऐक्‍शन ले सकता है.

उन्‍होंने कहा कि बाइडन का यह ऐक्‍शन उनके पूरे कार्यकाल का सबसे निर्णायक हो सकता है ताकि दोबारा ईरान या उसके सहयोगी गुट फिर हमला करने का साहस नहीं कर सकें. 

विश्‍लेषकों का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो अमेरिका और ईरान के बीच सीधा संघर्ष हो सकता है.

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान समर्थित आतंकवादियों पर उस हमले के पीछे होने का आरोप लगाया था.