धार्मिक ग्रंथों में जगन्नाथ पुरी को धरती का बैकुंठ माना गया है, क्योंकि यहां भगवान विष्णु के अवतार, श्री कृष्ण, अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ विराजमान हैं.
जगन्नाथ पुरी मंदिर में कुल 22 सीढ़ियां हैं, लेकिन तीसरी सीढ़ी पर विशेष ध्यान दिया जाता है. इस तीसरी सीढ़ी पर पैर रखना मना माना जाता है.
ऐसा करने से व्यक्ति के सारे पुण्य समाप्त हो जाते हैं और उसे यमलोक की प्राप्ति होती है. भक्तों को इस गलती से बचाने के लिए तीसरी सीढ़ी का रंग काला कर दिया गया है.