Japan में इस वजह से 6 महीने में मिले 40,000 लोगों को शव! जानें क्या है मामला
जापान, जिसकी आबादी दुनिया में सबसे अधिक उम्रदराज है, में अकेले रहने और मरने वाले बुजुर्गों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है.
तेजी से बढ़ती वृद्ध होती आबादी और घटती जन्म दर से जूझ रही जापानी सरकार ने बुजुर्गों में अकेलेपन और अलगाव को दूर करने के लिए उपाय शुरू किए हैं.
राष्ट्रीय जनसंख्या एवं सामाजिक सुरक्षा अनुसंधान संस्थान का अनुमान है कि जापान में 2050 तक 1,08,00,000 बुजुर्ग नागरिक अकेले रह रहे होंगे और एकल व्यक्ति वाले परिवारों की संख्या 2,33,00,000 तक पहुंच जाएगी.
प्रधानमंत्री Fumio Kishida ने इन जनसांख्यिकीय बदलावों के कारण समाज के रूप में देश की कार्य करने की क्षमता के बारे में चिंता व्यक्त की है.
बहरहाल, 2024 की पहली छमाही के दौरान जापान में लगभग 40,000 लोग अपने घरों में अकेले मृत पाए गए, जिनमें से कई का लंबे समय तक पता ही नहीं चला.
राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 4,000 लोगों को उनकी मृत्यु के एक महीने से अधिक समय बाद पाया गया और चौंकाने वाली बात यह है कि 130 शव एक साल से अधिक समय तक अज्ञात रहे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अकेले मरने वालों में 70% से ज्यादा लोग 65 साल या उससे ज्यादा उम्र के थे. मरने वालों में सबसे बड़ा समूह 85 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों का था, जिनकी कुल संख्या 7,498 थी.
आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 40% मौतें एक ही दिन में हुईं, लेकिन काफी संख्या में शव काफी बाद में मिले.