जो बाइडेन ने दिया Israel को साफ संदेश, अमेरिका नहीं करेगा इस देश की मदद
अमेरिका ने इजरायल की ओर से ईरान पर किए गए काउंटर अटैक पर चुप्पी साध ली है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने हमलों के बारे में कोई भी सवाल उठाने से परहेज किया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि मिडिल ईस्ट की रिपोर्टों में सबकी बहुत रुचि है.
उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि आप सभी मुझसे इसके बारे में जरूर पूछेंगे, लेकिन हमें कोई टिप्पणी नहीं करनी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बेंजामिन नेतन्याहू को साफ कहा था कि अगर इजरायल की ओर से ईरान पर जवाबी हमला होता है, तो अमेरिका इसमें तेल अवीव की मदद नहीं करेगा.
लेकिन अब इजरायल के काउंटर अटैक पर अमेरिका की चुप्पी से सवाल उठने लगे हैं कि क्या उसने ईरान पर हमले को लेकर अपना स्टैंड बदल लिया है.
जर्मनी और ब्रिटेन ने भी इजरायल को ईरान के साथ युद्ध में नहीं उलछने की सलाह दी थी.
इन तीनों देशों ने कहा था कि इजरायल की ईरान के खिलाफ कोई भी जवाबी कार्रवाई मीडिल ईस्ट को बड़े युद्ध की तरफ ले जा सकती है.
वहीं प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायली वॉर और सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में साफ किया था कि सहयोगी देशों की सलाह चाहे जो भी हो, हम किसी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे.