Katchatheevu Island Issue: PM Modi के बयान पर भन्नाए श्रीलंकाई मंत्री, कहा— भारत को हमसे 80 गुना बड़ा इलाका मिला, अब क्या चाहिए?

भारत और श्रीलंका के बीच बरसों पहले एक टापू को लेकर हुआ एग्रीमेंट इन दिनों चर्चा में है, उसे लेकर PM मोदी ने कांग्रेस को खरी-खोटी सुनाई थी

भारत और श्रीलंका के बीच कई टापू हैं, जिनमें एक कच्चाथीवू द्वीप भी है, जिसे इंदिरा वाली कांग्रेस की सरकार ने 1974 में श्रीलंका को सौंप दिया था

PM मोदी ने कहा— भारत के रामेश्वरम के पास मौजूद कच्चाथीवू द्वीप हमारा ही था..लेकिन कांग्रेस ने इसे श्रीलंका को दिया ​तो अब हर भारतीय नाराज है

PM मोदी का बयान आने के बाद अब श्रीलंका के मंत्री का भी बयान आया है, श्रीलंका के मत्स्य पालन मंत्री डगलस देवानंद ने कहा— चुनावी सीजन के कारण कच्चाथीवू का मुद्दा जबरन उठाया जा रहा है

श्रीलंका के मंत्री देवानंद बोले— "भारत में चुनाव का समय है, ऐसे में कच्चाथीवू पर दावे से जुड़े बयान आना कोई नई बात नहीं है"

कच्चाथीवू पर श्रीलंका के मंत्री ने कहा— इस द्वीप को वापस लेने के भारत के बयानों का कोई आधार नहीं है, उनको पहले हमसे 80 गुना बड़ा इलाका मिल चुका है

श्रीलंकाई मंत्री ने कहा, "मुझे लगता है भारत कच्चाथीवू द्वीप को खुद हासिल करना चाहता है ताकि श्रीलंकाई मछुआरों को यहां कोई हक न मिले"

जानकारी के मुताबिक— समुद्र में कच्चाथीवू द्वीप 285 एकड़ में फैला है, जो रामेश्वरम से 19 KM दूर है

श्रीलंका के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक— 1974 में भारतीय PM इंदिरा गांधी और श्रीलंका की राष्ट्रपति ने इस द्वीप का समझौता किया था

अब इसी मुद्दे पर भाजपा नेता और PM मोदी कांग्रेस को घेर रहे हैं, क्योंकि श्रीलंका इस समुद्री इलाके में मछली पकड़ने वाले भारतीयों को कैद कर लेता है