ये पर्ल्स अभी रफ होते हैं और इसे ग्लूकोज और अन्य स्टार्च से बने पाउडर से पॉलिश किया जाता है. फिर इन्हें पैक किया जाता है और फिर ये साबूदाना पर्ल्स बाज़ार में बिकने के लिए जाते हैं.
सबसे जरूरी बात आपको बता दें साबूदाना नॉन वेज नहीं होता है और इसे कई लोग उपवास में सिर्फ इसलिए नहीं खाते हैं क्योंकि ये बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड होता है.