जानें, उस नदी की हकीकत, जिसमें बहता है Gold, लोगों की लगती है भीड़

भारत में सोने का सबसे ज्यादा  उत्पादन कर्नाटक राज्य में होता है. यहां कोलार एहुट्टी और उटी नामक खानों से भारी मात्रा में सोना निकाला जाता है.

इसके अलावा आंध्र प्रदश और झारखण्ड के हीराबुद्दीनी और केंदरुकोचा की खानों से सोना निकाला जाता है.

सोना आमतौर पर या तो अकेले या पारे या सिल्वर के साथ मिश्र धातु के रूप में पाया जाता है. सोना कैलेवराइट, सिल्वेनाइट, पेटजाइट और क्रेनराइट अयस्कों के रूप में भी मिलता है.

इन खदानों जरिए भारत हर साल 774 टन सोने की खपत की तुलना में करीब 1.6 टन सोने का उत्पादन करता है. वहीं पूरी दुनिया में 3 हजार टन सोना निकाला जाता है.

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, दुनिया में जब से सोने के खनन की शुरुआत से अब तक करीब दो लाख टन सोना निकाला जा चुका है.

लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में एक ऐसी नदी भी है. जिसमें पानी के साथ सोना बहता है. 

ये नदी झारखंड राज्य में बहती है. जिसे स्वर्ण रेखा नदी के नाम से जाना जाता है. 

इस नदी में पानी के साथ सोने के छोटे-छोटे कण बहते हैं. जिसे छानकर नदी के किनारे रहने वाले लोग अपना जीवन यापन करते हैं. हालांकि ये सोना पानी के साथ कहां से आता है, इसका अभी तक पता नहीं चल है.