भारत के एक राज्य छत्तीसगढ़ में इन दिनों हजारों लोग ‘Sickle cell deseas’ रोग से पीड़ित हैं. साथ ही लाखों लोगों में इसके लक्षण पाए गए हैं.
यहां करीब 1 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग कराई गई है, जिसमें से करीब 3.5 लाख लोगों में इसके (Sickle cell deseas) लक्षण पाए गए हैं और 22.5 हजार लोग इस बीमारी से ग्रस्त पाए गए हैं.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में ‘सिकल सेल’ से जुड़ी जानकारी दी है. आइए जानते हैं इस रोग के बारे में-
क्यों होता है सिकल सेल रोग
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सिकल सेल रोग माता-पिता से बच्चों में HBB जीन में आनुवंशिक परिवर्तन या परिवर्तन के कारण होता है.
जीन हीमोग्लोबिन (HB) का उत्पादन करने में मदद करता है, लाल रक्त कोशिकाओं पर अणु जो ऑक्सीजन ले जाता है.
सिकल सेल रोग से पीड़ित लोग बीमारी से बचने के बेहतर प्रबंध करें तो 50 वर्ष से अधिक जीवित रह सकते हैं.
यह एक अनुवांशिक रोग है. इसलिये जब तक खून की जांच न करवाई जाए, तब तक इस रोग की जानकारी नहीं मिलती.
इस रोग के लक्षण क्या हैं
एनीमिया का बढ़ना, बुखार और सांस लेने में तकलीफ़ के साथ शरीर की लंबी हड्डियों, पेट और छाती में दर्द होना, सिकल सेल बीमारी के मुख्य लक्षण हैं.
सिकल सेल बीमारी का पता लगाने के लिए एक खास तरह का ब्लड टेस्ट किया जाता है, जिसे इलैक्ट्रोफ़ोरेसिस कहते हैं.