आखिर क्यों पूरी तरह से बंद हुआ लद्दाख, जानें क्या है पूरा मामला?
कड़कड़ाती ठंड के बीच लद्दाख में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया गया
यर प्रदर्शन क्रेंद शाहित प्रदेश से राज्य का दर्जा और संवैधानिक संरक्षण की मांग को लेकर किया गया
लद्दाख शनिवार को बंद रहा. कारगिल ओर लेह की सड़कों पर लोग एकत्र हुए
क्रेंद ने शुक्रवार को क्षेत्र के लोगों की मांगों को लेकर गृह मंत्रालय की ओर से गठित की गई हाई-पावर्ड कमेटी के दूसरे दौर की बैठक की घोषणा की
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था और इसे जम्मू-कश्मीर से अलग कर दिया गया था
आंदोलन को दो सामाजिक-राजनीतिक संगठन ने लीड किया है
इसमें एपेक्स बॉडी लेह (एबीएल) और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (केडीए) शामिल हैं
इन संगठनों की चार मुख्य मांगे थीं, जिनमें लद्दाख को राज्य का दर्जा, संविधान की छठी अनुसूची के तहत सुरक्षा उपाय
और युवाओं के लिए नौकरियों में आरक्षण और लेह-कारगिल के लिए अलग-अलग संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों को बनाना शामिल हैं