NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सलमान खान, काला हिरण और लॉरेंस बिश्नोई नाम एक बार फिर से चर्चा में आ गया. 

जब भी ये तीन नाम एक साथ आते हैं तो लोगों को 26 साल पुराना मामला याद आने लगता है, जो आज तक सलमान खान का पीछा नहीं छोड़ रहा.  

दरअसल, सलमान खान पर 1998 में काले हिरण के शिकार का गंभीर आरोप लगा था, जो उनके खिलाफ कई सालों तक कानूनी मामलों का कारण बना रहा. 

हालांकि, अदालत में उन्हें इन आरोपों से बरी कर दिया गया, फिर भी बिश्नोई समुदाय के लिए काले हिरण का धार्मिक महत्व सलमान की सुरक्षा के लिए लगातार चुनौती बना हुआ है

सलमान खान मामले में संदिग्ध हैं. इस घटना से बिश्नोई समुदाय में काफी गुस्सा है, जिसके चलते गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान खान से बदला लेने की कसम खाई.

ऐसे में सवाल है कि आखिर काला हिरण इतना खास क्यों है? जिसके वजह से लॉरेंस बिश्नोई को सलमान खान का कट्टर दुश्मन बना दिया? आइए जानते हैं.

बिश्नोई समाज का काले हिरण से जुड़ाव आध्यात्मिक और सांस्कृतिक है. वह इनकी रक्षा के लिए अपनी जान तक दांव पर लगा देते हैं.

रंग बदलने में माहिर और आबादी वाले इलाके में रहने वाले काले हिरण बिश्नोई सामने के लिए पूज्य माने जाते हैं.

बिश्नोई समाज के लोग काले हिरण को कृष्णमृग कहते हैं और इसे भगवान श्री कृष्ण का अवतार मानते हैं. समाज की महिलाएं हिरण के बच्चों को स्तनपान कराती हैं.

बिश्नोई समाज के संस्थापक, गुरु जम्भेश्वर जी ने 1485 में इस समाज की स्थापना की थी. गुरु जम्भेश्वर जी ने प्रकृति और वन्यजीवों की रक्षा के लिए 29 नियम बनाए थे.

29 नियमों में 9 नियम जानवरों और पर्यावरण की रक्षा के लिए बनाए गए थे. इन नियमों में से एक काले हिरण की रक्षा करना भी है.

काले हिरण या ब्लैक बक को इंडियन एंटेलोप भी कहा जाता है. आम तौर पर यह भारत, पाकिस्तान और नेपाल में पाया जाता है.