महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा अक्सर सोशल मीडिया के जरिए काफी रोचक और काम वाली चीजें पोस्ट करते रहते हैं.
हाल में उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक तस्वीर शेयर की है. जो लोकतंत्र के पर्व की खूबसूरती को बयां कर रही है.
महिंद्रा ने पोस्ट शेयर करते हुए बताया कि जनजातीय समूहों में से एक शोम्पेन जनजाति के सदस्यों ने पहली बार मतदान किया है.
आनंद महिंद्रा के इस पोस्ट में शोम्पेन जनजाति का एक सदस्य अपना वोटर आईडी कार्ड पकड़े हुए है और स्याही लगी हुई उंगली को दिखाते हुए तस्वीर खिंचवा रहा है.
चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में शोम्पेन जनजाति के सात मतदाताओं ने शुक्रवार को पहले चरण के मतदान किया.
दिलचस्प बात ये है कि शोम्पेन जनजाति के सदस्यों ने वन विभाग के कर्मचारियों के क्वार्टर के अंदर 'शोम्पेन हट' के नाम से बनाए गए.
चुनाव आयोग की ओर से लगाए गए निर्धारित प्वाइंट पर तस्वीरें खिंचवाने के लिए भी खड़े हुए, जहां लिखा था- 'I vote for sure'.
जानें इस अनोखी जनजाति के बारे में-
शोम्पेन जनजाति के लोगों की सहायता के लिए 'मैथियास' के नाम से जाने जाने वाले एक दुभाषिया की मदद ली गई. यह एक निकोबारी जनजाति का युवक था
शोम्पेन जनजाति के लोगों की सहायता के लिए 'मैथियास' के नाम से जाने जाने वाले एक दुभाषिया की मदद ली गई. यह एक निकोबारी जनजाति का युवक था.
शोम्पेन जनजाति ग्रेट निकोबार में पाई जाती है, जो इस द्वीप समूह में सबसे बड़ा है. यह मंगोलियन जाति के हैं.
इस जनजाति के लोग बहुत ही शर्मीले स्वभाव के होते हैं. इनकी निकोबारियों से काफी घनिष्ठता रहती है.
यह जनजाति शारीरिक रूप से काफी कमजोर हैं और इसलिए इन्हें विशेष रूप से कमजोर जनजातीय (PVTGs) समूह में शामिल किया गया है.