इस मुस्लिम डांसर से शादी करने पर पंजाब के महाराजा को मिली थी सजा, जानें क्यों

अकाल तख्त जिसे सिख समुदाय में धरती पर खालसा का सबसे ऊंचा स्थान माना जाता है. 

सिख धर्म के लोगों को इसके बनाए गए नियमों का पालन भी करना होता है. सख्त नियमों के तहत ही पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल को हाल ही में सजा सुनाई गई.

लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी ये पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह के साथ भी हुआ है. उन्हें एक मुस्लिम लड़की से प्रेम करने के लिए कोड़ों की सजा सुनाई गई थी.  

ऐसे में चलिए आपको बताते हैं उस किस्से के बारे में जब एक राजा को अपनी गलती की वजह से कोड़े खाने पड़े थे. 

पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह जब अकाल तख्त के जत्थेदार अकाली फूला सिंह ने मराहाजा रणजीत सिंह को 100 कोड़े मारने का आदेश दिया था. 

रणजीत सिंह बेहद ताकतवार राजा माने जाते थे लेकिन अकाल तख्त के सामने उन्हे झुकना पड़ा था.

किताब हिस्ट्री ऑफ द सिख के अनुसार, पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह को हीरामंडी की मुस्लिम नर्तकी से शादी करने पर कोड़े मारे गए थे. इसके बाद रणजीत सिंह को पीठ पर सिर्फ एक पट्टा बांधकर जाने दिया गया था. सिंह को शेर-ए-पंजाब' कहा जाता था.

जब वह 21 साल के थे तो उन्हें हीरामंडी की नृतिका मोरन सरकार से प्यार हो गया था. महाराजा उसकी सुंदरता पर फीदा थे. उन्होंने इसके बारे में कई बार सुना था.

रणजीत सिंह को जब मोरन सरकार के बारे में पता चला तो उन्होंने मोरन के घर संदेश भेजा. फिर जब वे वहां पहुंचे तो बेहद खूबसूरत लड़की ने उनका स्वागत किया. 

उसने 6 संगीतकारों के साथ गाना गाया और बेहतरीन नृत्य कर रणजीत सिंह का दिल जीत लिया. इसके बाद धीरे-धीरे दोनों को एक दूसरे से इस कदर प्यार हो गया कि दोनों ने शादी कर ली. 

हालांकि अकाल तख्त को जैसे ही इस बारे में पता चला जत्थेदार अकाली फूला सिंह ने रणजीत सिंह को सिख संगत के सामने पेश होने का हुक्म दिया. 

राजा आदेश का पालन करते हुए अमृतसर गए और अपनी गलती स्वीकार की. फिर उन्हें पीठ पर कोड़े मारने का आदेश दिया गया. राजा को इमली के पेड़ से बांधा गया और उनकी पीठ पर जमकर कोड़े बरसाए गए.