दिल्ली-NCR में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, पिछले कई सालों से यह चिंता का विषय है.

बढ़ते प्रदूषण का प्रमुख कारण क्या है, इसे समझने के लिए हाल ही में एक रिपोर्ट आई है.

The Energy and Resources Institute (TERI) द्वारा तैयार की गई यह रिपोर्ट 2021 के आंकड़ों पर आधारित है.

इस रिपोर्ट के दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य बिंदु क्या हैं और यह रिपोर्ट क्या कहती है. आइए इसे जान लें.

असल में रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में सबसे बड़ा प्रदूषण का स्रोत वाहन हैं. खासतौर पर दोपहिया वाहनों से निकलने वाला धुआं सबसे अधिक प्रदूषण है.

PM2.5, नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (VOCs) के उत्सर्जन में वाहन प्रमुख योगदानकर्ता हैं.

रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली में PM2.5 का 47% हिस्सा वाहन उत्सर्जन से आता है, जबकि इसके बाद सड़क की धूल (20%) प्रमुख है.

नाइट्रोजन ऑक्साइड में वाहनों का योगदान 78% है, जबकि VOCs में यह योगदान 49% तक है.

दिल्ली के अलावा, एनसीआर क्षेत्र हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हिस्से में भी प्रदूषण के बड़े कारण मौजूद हैं.

यहां औद्योगिक गतिविधियां PM10 और PM2.5 का प्रमुख स्रोत (41% और 44% क्रमशः) मानी गई हैं.

इसके अलावा, पत्थर की क्रशिंग यूनिट्स और थर्मल पावर प्लांट्स से भी भारी प्रदूषण होता है.