मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत से कर डाली ये मांग, फिर तो भेजनी पड़ी यह टीम

भारतीय नागरिक तकनीकी टीम द्वीप राष्ट्र में तीन विमानन प्लेटफार्मों में से एक का कार्यभार संभालने के लिए मालदीव की राजधानी माले पहुंच गई है.

नागरिक तकनीकी टीम उन भारतीय सैन्य कर्मियों की जगह लेगी जो गण में उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर का संचालन करते हैं.

“गण में उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर को संचालित करने के लिए तकनीकी कर्मियों की पहली टीम मालदीव पहुंच गई है.

विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा यह उन मौजूदा कर्मियों की जगह लेगा जो अब तक इस प्लेटफॉर्म का संचालन कर रहे थे.'' 

बुधवार को मालदीव के रक्षा मंत्रालय के एक बयान के हवाले से कहा, ''सौंपने या अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए भारतीय नागरिक टीम कल रात तड़के अड्डू पहुंची.''

यह घटनाक्रम मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, जिन्हें व्यापक रूप से चीन समर्थक नेता के रूप में देखा जाता है.

5 फरवरी को संसद में अपने पहले संबोधन में घोषणा करने के कुछ दिनों बाद आया है कि भारतीय सैन्य कर्मियों के पहले समूह को 10 मार्च से पहले द्वीप राष्ट्र से वापस भेज दिया जाएगा.

तीन भारतीय प्लेटफार्मों पर 88 सैन्यकर्मी तैनात हैं जो पिछले कुछ वर्षों से दो हेलीकॉप्टरों और एक डोर्नियर विमान का उपयोग करके मालदीव के लोगों को मानवीय और चिकित्सा निकासी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं.

17 नवंबर को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के तुरंत बाद, मुइज्जू ने औपचारिक रूप से भारत से 15 मार्च तक अपने देश से 88 सैन्य कर्मियों को वापस लेने का अनुरोध किया.