गायब होने के कई साल बाद, लोगों के कंकाल के साथ वापस लौटा था ये भुतहा विमान
एक अनसुलझी पहेली है सैंटियागो फ्लाइट 513 की. इस फ्लाइट की कहानी 1954 से टेकऑफ करती है और 1989 में लैंड करती हैं
लेकिन लैंडिंग के बाद भी आज तक इस उड़ान की कहानी सभी के लिए आश्चर्य का केंद्र बनी हुई है.
1989 में टैबलॉयड वीकली वर्ल्ड न्यूज द्वारा प्रकाशित एक लेख के अनुसार सैंटियागो एयरलाइंस की उड़ान 513 ने 14 सितंबर 1954 को पश्चिम जर्मनी के आचेन से उड़ान भरी थी.
इस फ्लाइट को 18 घंटे बाद ब्राजील के पोर्टो एलेग्रे में उतरना था लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद ये उड़ान खोजकर्ताओं के लिए पहेली बन गई.
ये विमान अटलांटिक महासागर के ऊपर से उड़ान के दौरान गायब हो गया. लापता होने के समय अधिकारियों का मानना था कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
कुछ दिनों के बाद खोजकर्ताओं के एक दल का गठन किया गया लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा, न ही विमान का मलबा और न यात्रियों के अवशेष.
उड़ान भले ही अनजान कारणों से रुक गई हो लेकिन समय नहीं रुका. विमान के लापता होने के दो साल बाद 1956 में सैंटियागो एयरलाइंस बंद हो गई और बाजार से बाहर चली गई.
साढ़े तीन दशक बाद 12 अक्टूबर 1989 को ब्राजील मे पोर्टो एलेग्रे हवाई अड्डे पर एयरबेस के पास एक अनजान विमान दिखाई पड़ा.
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स ने पायलट से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.
विमान रनवे के करीब आता जा रहा था और आखिर उस फ्लाइट ने लैंड किया. विमान एक दम नई हालत में था, उसका इंजन लैंडिंग के बाद भी बंद नहीं हुआ.
एक अनजान विमान बिना अधिकारियों की अनुमति के एयरपोर्ट पर उतर चुका था. एयरपोर्ट अधिकारी सावधानीपूर्वक प्लेन के पास गए और उसका बाहर से दरवाजा खोला.
अधिकारियों ने जहाज पर 88 यात्रियों और चार क्रू मेंबर्स कुल 92 लोगों के पूरी तरह सुरक्षित कंकाल देखे. कंकाल अपनी सीटों पर बैठे थे.
अधिकारियों ने जब कॉकपिट में देखा तो पाया कि पायलट कैप्टन मिगुएल विक्टर क्युरी का कंकाल भी उनकी जगह पर मौजूद था, फिर भी फ्लाइट के कंट्रोल उसके हाथ में थे.