तमिलनाडु के इस ज़िले में मतऊर मेला का हुअ आयोजन, जानें क्या खासियत है इसकी

तमिलनाडु के बस्तर में कई परंपराएं सदियों से चली आ रही है.

उनमें से एक ऐतिहासिक बंधा मतऊर मेला की परंपरा है.

14 साल के बाद तमिलनाडु के पुदुक्कोट्टई ज़िले में इस मेले का आयोजन हुआ है. 

खास बात यह है कि, मेले में न तो झूले हैं, न ही दुकानें बल्कि तालाब से सामूहिक मछली पकड़ने की परंपरा है. 

गांव वालों ने अपने रिश्तेदारों को बुलाया और साथ मिलकर यह परंपरा निभाई. 40 गांव के करीब ढाई हजार लोगों ने साथ मिलकर मछली पकड़ा. 

वीडियो में आप देख सकते हैं कि इस मेले में मछली से ज़्यादा इंसान दिखाई दे रहे है. 

मालगुजार रामप्रसाद के द्वारा विधिवत पूजा करने के बाद सभी लोगों को तालाब में मछली पकड़ने की अनुमति दी गई.

सभी लोग तालाब में मछली पकड़ने के लिए कई प्रकार के जाल का उपयोग करते हैं. 

इस वर्ष लगभग 2500 जाल लेकर 30 से 40 गांव के ग्रामीण बड़ी संख्या में एकत्रित हुए थे और सभी लोगों ने अपने-अपने जाल से तालाब में मछली पकड़ी.