हम आपके लिए एक ऐसे दिव्यांग व्यक्ति की कहानी लेकर आए हैं जिसने एक दुखद दुर्घटना में अपने शरीर का आधा हिस्सा खो दिया. लेकिन कभी हार नहीं मानी. 

इस युवा लड़के का जीवन और सपने अलग थे लेकिन एक घटना ने उसके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया और उसे जीवन भर के लिए दिव्यांग बना दिया.

पुणे का एक 23 वर्षीय युवक जिसने 2016 में बिजली के झटके में अपने दोनों पैर और एक हाथ खो दिए थे, अब कई बॉडी-बिल्डिंग प्रतियोगिताओं में भाग लेता है. 

करीब 5 साल पहले सूरज एक तार की केबल ठीक कर रहा था, तभी उसे बिजली का तेज झटका लगा. उसे इतनी गंभीर चोटें आईं कि उसके दोनों पैर और एक हाथ पूरी तरह जल गए. 

कई सर्जरी और उपचार के बाद सूरज का एक पैर कट गया और वह एक अलग इंसान बन गया, जो अब "गर्वित विकलांग सूरज गायवाल" के नाम से मशहूर है.

सूरज गायवाल ने दो महीने के प्रशिक्षण के बाद, जिला-स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया और विकलांग व्यक्तियों के लिए “स्टार श्रेणी” में रजत पदक भी जीता है. 

cसूरज ने 2017 में कृत्रिम पैर लगवाए और 2021 से बॉडीबिल्डिंग करने लगे. उन्होंने 2022 में 'मिस्टर इंडिया' प्रतियोगिता में भाग लिया था और शानदार जीत हासिल की थी. 

सूरज गायवाल एक तीन पैर से दिव्यांग बॉडीबिल्डर है जो अक्सर अपनी प्रगति की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करता है और इंस्टाग्राम पर अपने 86.3K फ़ॉलोअर्स को प्रेरित करता है.