माइकल जैक्सन के मरने के 70 दिन बाद हुआ था उनका अंतिम संस्कार? जानें ऐसा क्यों
माइकल जैक्सन को कौन नहीं जानता. सिंगिंग से लेकर विवादों तक के लिए मशहूर रहे माइकल का जब निधन हुआ तो वो भी विवादों में फंस गया था.
या यूं कहे कि हालत तो ऐसे हो गए थे कि उनके अंतिम संस्कार में पूरे 70 दिन लग गए. आइए हम आपको बताते हैं आखिर ऐसा क्यों हुआ था
साल 2009 में 25 जून को दोपहर बाद लगभग 2:30 बजे अचानक खबर आई कि पॉप किंग माइकल जैक्सन नहीं रहे.
माइकल जैक्सन की संदिग्ध हालात में मौत के बाद पुलिस और डॉक्टर उसका सही कारण ढूंढ़ने में जुट गए.
माइकल का दिमाग निकालकर उसका पोस्टमॉर्टम किया गया पर डॉक्टर किसी नतीजे पर पहुंच ही नहीं पा रहे थे.
ऐसे में घर वाले चाहते थे कि माइकल शव दिमाग के बिना ही दफना दिया जाए. लोगों ने उनको समझाया तो मान गए और किसी नतीजे पर पहुंचने का इंतजार करने लगे.
आखिरकार 3 सितंबर 2009 को पॉप किंग का अंतिम संस्कार बेहद निजी तरीके से किया गया, जिसमें केवल 200 लोग शामिल हुए थे.
वास्तव में पॉप किंग माइकल जैक्सन के शव को सोने के ताबूत में दफन किया गया था.
मेकअप आर्टिस्ट ने उनको उसी तरह से तैयार किया था, जैसे वह स्टेज पर परफॉर्मेंस से पहले तैयार होते थे.
उनके घरवालों को डर था कि लोगों को अगर पता चल गया कि माइकल का शव कहां दफन है, तो चाहने वाले कब्र खोदकर उनका शव चुरा लेंगे.
इसलिए उनको गुपचुप तरीके से दफन करने का फैसला किया गया था.
हालांकि बाद में उनका शव कब्र से निकालकर फॉरेस्ट लॉन के ग्रेट माइसीलियम में दफन कर दिया गया, जहां हॉलीवुड की बड़ी हस्तियां दफन हैं.