अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने अंतरिक्ष में एक ऐसे ग्रह की खोज की है जिस पर पृथ्वी की तरह जीवन की संभावना हो सकती है. 

NASA ने दावा किया है कि उसने एक ग्रह को खोज निकाला है जो पृथ्वी (Earth) से चार गुना बड़ा है.

नासा ने इसे 'सुपर अर्थ' (Super Earth) नाम दिया है. वैज्ञानिक भाषा में इस ग्रह को TOI-715 b कहा जा रहा है. 

सुपर अर्थ सौरमंडल में अलग ग्रहों का एक ऐसा वर्ग है जो पृथ्वी से अधिक विशाल लेकिन नेपच्यून और यूरेनस जैसे बर्फ के विशालकाय ग्रहों से हल्के हैं. 

सुपर अर्थ गैस या चट्टान या फिर दोनों के संयोजन से बने हो सकते हैं. इनका आकार पृथ्वी से दोगुना और इनका द्रव्यमान पृथ्वी से 10 गुना तक होता है.

यह धरती से 137 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है. सुपर अर्थ ग्रह हमारे ग्रह से लगभग डेढ़ गुना ज्यादा चौड़ा है.

TOI-715 b अपने तारे से बिल्कुल सही दूरी वाली कक्षा में है. इसलिए ग्रह पर पानी की संभावना हो सकती है. हालांकि, जांच के बाद ही यह बात पुख्ता हो पाएगी.

यह ग्रह लाल तारे की परिक्रमा कर रहा है. इसके अलावा लगभग धरती के आकार का एक दूसरा ग्रह भी हो सकता है, जो दोनों अपने मूल तारे के रहने योग्य क्षेत्र में हैं. 

खोजे गए TOI-715 b का तारा एक लाल बौना है. यह हमारे सूर्य से छोटा और ठंडा होता है. इससे चट्टानी ग्रहों पर उपजाऊ भूमि पैदा हो सकती है. 

नए प्लेनेट की खोज नासा की TESS (ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट) की मदद से हुई है.