यूक्रेन की मदद के लिए सामने आया ये संगठन, अब क्या करेंगे पुतिन? 

रूस-यूक्रेन युद्ध अपने तीसरे साल में प्रवेश करने के बाद और भयानक होता जा रहा है.

अब तक यूक्रेन की मदद पश्चिमी देश और NATO अलायंस पीछे से कर रहे थे, लेकिन अब NATO खुलकर रूस के सामने आने लगी है.

NATO सेना ने रूस के बॉर्डर पर अपनी सेना की मौजूदगी बड़ा दी है.

रूस और नाटो की आमने-सामने की टक्कर किसी भी वक्त शुरू हो सकती है. जिसको लेकर रूसी रक्षा मंत्री ने भी बड़ा बयान दे दिया है.

रक्षा मंत्री के मुताबिक, रूस की सीमा पर नाटो की 123000 सैनिक मौजूद है. खतरे को देखते हुए रूस ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है.

नाटो की चुनौती का सामना करने के लिए मास्को और सैंट पीटर्सबर्ग इलाके को भी मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है.

ताकि किसी भी इमरजेंसी स्थिति से आसानी से निपटा जा सके. हाल ही में लिथुआनिया में नॉटो सदस्य फ्रांस और जर्मनी ने युद्ध अभ्यास किया है.

रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु का ने अपने बयान में कहा कि देश की सीमा पर 33000 नाटो सैनिक 300 टैंक और 800 आर्मर्ड व्हीकल तैनात हैं.

जबकि 90000 नाटो सैनिक विभिन्न तरह के अत्याधुनिक हथियारों के साथ युद्धाभ्यास के नाम पर लिथुआनिया आ गए हैं.

उन्होंने ये भी जानकारी दी कि हमने नॉटो के किसी भी खतरे से निपटने के लिए सैंट पिटर्सबर्ग के लेनिनग्राड में मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट बनाया है.

रूसी रक्षा मंत्री सरगे सोइगु ने ये भी बताया गया कि लेनिनग्राड सैंट पिटर्सबर्ग इलाके में 7000 हथियारों को भेजा गया है.

इसके अलावा रूस की राजधानी मास्को में भी 2400 आधुनिक हथियारों को तैनात किया गए हैं.