प्रकृति ने भी बनाई है रहस्यमयी लक्षमण रेखा, क्या आपने देखी है? 

क्या आप जानते हैं एक ऐसी ही लक्ष्मण रेखा धरती पर बनी हुई है, जो दिखाई तो नहीं देती, लेकिन अपने अस्तित्व का अहसास ज़रूर करवा देती है.  

इस रेखा को लांघने की गलती न आकाश में उड़ता कोई पक्षी करता है और ना समुद्र में तैरने वाली मछलियां. 

यहां तक कि जमीन पर रहने वाले जानवर भी इस लकीर को पार नहीं करते. इस रेखा के दोनों तरफ की दुनिया बिल्कुल अलग है. 

आइए जानते हैं कि ये रहस्यमयी अदृश्य रेखा कहां है और कैसी है इसके आस-पास की दुनिया? 

इंडोनेशिया के दो द्वीपों के बीच, एक ऐसी रेखा है, जो रियल भी है और वर्चुअल भी.

रियल इसलिए क्योंकि इसका होना इसके आसपास की दुनिया में साफ दिखता है. और वर्चुअल इसलिए, क्योंकि ये रेखा दिखाई ही नहीं देती.  

इस रेखा का नाम है वालेस लाइन (Wallace Line), जिसे आप प्रकृति की लक्ष्मण रेखा कह सकते हैं.  

ये वालेस लाइन बाली (Bali) और लोम्बोक(Lombok) के बीच है. इन दोनों आइलैंड के बीच, करीब 35 किलोमीटर की दूरी है और बीच में है समंदर. ये रेखा इसी जगह 

वालेस लाइन मलय द्वीपसमूह और इंडो-ऑस्ट्रेलियाई द्वीपसमूह में रहने वाले जीवों को अलग करती है. मलय द्वीपसमूह पृथ्वी पर द्विपों का सबसे बड़ा समूह है.  

पश्चिमी तरफ जो जीव हैं वो एशियाई हैं, जैसे गेंडा, हाथी, टाइगर और कठफोड़वा जैसे पक्षी. लेकिन रेखा के दूसरी तरफ, इनमें से कोई भी नजर नहीं आता.