स्विच जांच संगठन पब्लिक आई का कहना है कि लैब में भेजे गए परिणामों से पता चला कि एक साल और उससे ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मिल्क फॉर्मूला ब्रैंड हैं.
Breastfeeding Promotion Network of India (BPNI) के डॉक्टर का कहना है,’जब आप किसी बेबी फॉर्मूला फूड में शुगर एड करते हैं तो बच्चे मीठा और अच्छा स्वाद होने के चलते ज्यादा दूध पीते हैं.
आपको बता दें कि नेस्ले का कहना है कि कंपनी ने पिछले पांच साल में अपने बेबी फूड प्रोडक्ट्स में अतिरिक्त शुगर को 30 फीसदी तक कम कर दिया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, 3 साल से कम उम्र के बच्चों के खाने में शुगर या मीठे पदार्थ का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.