अगर आप भी अपने बच्चे को दूध और खाने के लिए Nestle के प्रोडक्ट्स यूज कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं! चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. 

FMCG कंपनी नेस्ले (Nestle) के बेबी फूड्स प्रोड्क्ट्स में एक्स्ट्रा शुगर मिलने की बात सामने आई है, जिसके बाद केंद्र सरकार ने इसकी जांच कराने की बात कही है. 

दरअसल, स्विट्जरलैंड की पब्लिक आई और इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क (IBFAN) ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है.

रिपोर्ट में कहा है कि नेस्ले भारत सहित एशिया और अफ्रीका के देशों में भी इस तरह की मिलावट का खुलासा हुआ है. 

इस रिपोर्ट के बाद नेस्ले इंडिया का शेयर 3% गिर गया. इससे कंपनी की मार्केट वैल्यू ₹8,137.49 करोड़ गिरकर ₹2.37 लाख करोड़ रह गई.

भारत में बिकने वाले 15 सेरेलेक प्रोडक्ट्स की जांच की गई जिनमें हर एक चम्मच में औसतन 2.7 ग्राम चीनी होने का पता चला. भारत में पैकेजिंग पर शुगर होने की जानकारी थी.

स्विच जांच संगठन पब्लिक आई का कहना है कि लैब में भेजे गए परिणामों से पता चला कि एक साल और उससे ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मिल्क फॉर्मूला ब्रैंड हैं. 

वहीं जांच में खुलासा हुआ है कि निडो और छह महीने से दो साल की उम्र के बच्चों के लिए बेचे जाने वाले अनाज सेरेलेक में सुक्रोज (शहद) के तौर पर शुगर मिलाई गई थी. 

Breastfeeding Promotion Network of India (BPNI) के डॉक्टर का कहना है,’जब आप किसी बेबी फॉर्मूला फूड में शुगर एड करते हैं तो बच्चे मीठा और अच्छा स्वाद होने के चलते ज्यादा दूध पीते हैं.

आपको बता दें कि नेस्ले का कहना है कि कंपनी ने पिछले पांच साल में अपने बेबी फूड प्रोडक्ट्स में अतिरिक्त शुगर को 30 फीसदी तक कम कर दिया है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, 3 साल से कम उम्र के बच्चों के खाने में शुगर या मीठे पदार्थ का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.