1972 के ऑलंपिक्स ट्रायल में पहना गया नाइकी का जूता होगा नीलाम, क्या आपने देखा
नाइकी अमेरिका की कंपनी है, जो एथलेटिक जूते और कपड़े बेचती है.
इस कंपनी की शुरुआत 25 जनवरी, 1964 में हुई थी और आज यह एथलेटिक जूते बनाने वाली दुनिया की सबसे लोकप्रिय कंपनी बन गई है.
नाइकी दौड़ने के प्रति लोगों के प्रेम को बढ़ाने के लिए जूते बनाती है. इसी कड़ी में अब नाइकी द्वारा बनाए गए पहले जूतों में से एक 'प्रोटो वफल रेसर उर्फ नाइकी मून शूज' की नीलामी होने वाली है.
नाइकी मून शूज को हाथों से बनाया गया था और ये चौकोर आकार के थे.
इस दुर्लभ जूते की केवल 12 जोड़ियां बनाई गई थीं, जिनमें से एक को ओरेगन के बीवर्टन स्थित नाइकी के मुख्यालय में प्रदर्शित किया गया है.
हालांकि, बचे हुए 11 जूतों में से कुछ पिछले कुछ सालों में नीलाम हुए हैं और प्रत्येक को अधिक राशि में बेचा गया है. इस बार नीलाम होने वाला जूता 1972 के ओलंपिक ट्रायल में पहना गया था.
इस जूते को अमेरिका के रनर पॉल टॉकिंगटन ने पहना था.
उन्होंने बताया, "मुझे एक नोटिस मिला था कि एक स्टोर मैराथन में रनर्स को एक जोड़ी नए जूते दे रहा था. मैं स्टेडियम के पास एक घर के बेसमेंट में गया, जहां उनकी दुकान थी."
पॉल ने आगे कहा, "उन्होंने मेरे पैर नापे और कहा कि मैं एक या 2 दिन में जूते ले जा सकता हूं. उन्होंने ट्रायल में इस जूते को पहनने के लिए कहा था."
वर्तमान में इस जूते का रंग भूरा है और इसपर नाइकी का प्रतीक सिला गया है, जो कि एक सही का निशान है. ऐसा मालूम होता है कि इन जूतों का रंग समय के साथ सफेद से पीला व भूरा पड़ गया है.