भारत के इस पड़ोसी देश में सिर्फ मुस्लिमों को मिलती है नागरिकता, ये पाकिस्तान नहीं है
जब भी कभी भारत के किसी मुस्लिम पड़ोसी देश की बात आती है तो हमारे जहन में सबसे पहला नाम पाकिस्तान का आता है.
लेकिन आज हम जिस देश की बात कर रहे हैं वो पाकिस्तान नहीं बल्कि कोई और देश है.
मालदीव की आबादी लगभग 5.21 लाख के पास है.
भारतीय अगर मालदीव जाना चाहते हैं तो उनको वीजा की जरूरत नहीं होती.
मालदीव जाने वालों के लिए वीजा ऑन अराइवल की सुविधा मिलती है
मालदीव का संविधान कहता है कि सिर्फ वही लोग मालदीव के नागरिक हो सकते हैं
जो इस्लाम को मानते हों यानी मुसलमान हों. यहां तक कि मालदीव 2008 का संविधान ये तक कहता है कि सुन्नी इस्लाम यहां का राजधर्म होगा.
इसी संविधान में इस बात का भी जिक्र है कि किसी भी गैर मुस्लिम को इस देश की नागरिकता नहीं दी जा सकती.
आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां के सरकारी नियम भी इस्लामी कानून पर निर्धारित हैं.