'अब खत्म हो जाएगी दुनिया...', ये हैं वे 5 भविष्यवाणियां, जिनसे मच गया था हंगामा
इस धरती का अंत कब और कैसे होगा, इस बात को लेकर अक्सर लोग अलग-अलग तरह के दावे और भविष्यवाणियां करते रहते हैं
वैज्ञानिक, जानकार और तमाम लोग धरती की तबाही को लेकर तरह-तरह के दावे करते हैं, पर कोई भी पूरे भरोसे के साथ ये नहीं कह सकता कि धरती कब खत्म होगी
आज से करीब 10-11 साल पहले हम सभी ने सुना था कि 2012 में, 21 दिसंबर के दिन धरती का खत्म हो जाएगी. ये दावा माया कैलेंडर को देखते हुए किया जा रहा था
बताया जाता है कि माया कैलेंडर की शुरुआत साल 3114 ईसा पूर्व में हुई थी जिसकी आखिरी तारीख 21 दिसंबर 2012 थी
ऐसे में इस दिन को आखिरी दिन माना जाने लगा, हालांकि ये भविष्यवाणी गलत साबित हुई
कुछ ऐसा ही साल 2000 में भी हुआ, जब लोगों को धरती खत्म होने का डर सताने लगा, इसके लिए वायटूके जिम्मेदार था
कई लोगों का मानना था कि एक कंप्यूटर बग दुनिया के सारे कंप्यूटरों पर अचानक हमला बोलेगा, जिससे चारों ओर तबाही का मंजर हो जाएगा
हालांकि 1 जनवरी 2000 के दिन कुछ कंप्यूटरों में समस्या आई भी थी, लेकिन तबाही जैसा कुछ नहीं हुआ
साल 1806 के दौरान इंग्लैंड के लीड्स में एक मुर्गी को लेकर भी इसी तरह ही अफवाह सामने आई थी
इस मुर्गी को लेकर दावा किया जाता था कि वो जो अंडे देती थी, उस पर लिखा होता था 'यीशु मसीह आ रहे हैं'
ऐसे में लोग घबरा जाते थे और उन्हें लगता था कि दुनिया का अंत होने वाला है, पर बाद में पता चला कि अंडे पर लिखने का काम मुर्गी का मालिक करता है
दुनिया के मशहूर ज्योतिष नास्त्रेदमस ने भी पृथ्वी के अंत को लेकर भविष्यवाणी की थी
साल 1555 में उन्होंने लेस प्रॉफिटीस नाम की एक किताब लिखी थी, जो चार पंक्तियों की कविता के रूप में थी
इस किताब में कुल 942 पंक्तियां थीं और सभी पंक्तियों में भविष्यवाणियां थीं, लेकिन इसमें दुनिया खत्म होने वाली भविष्यवाणी सही साबित नहीं हुई
इसके अलावा साल 1000 एडी में भी ईसाई नेताओं के बीच दुनिया खत्म होने का डर था
इन लोगों का मानना था कि यीशु मसीह की वापसी होने वाली है और दुनिया खत्म हो जाएगी, हालांकि ये भविष्यवाणी भी गलत ही साबित हुई