पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर पूरे 7 दिन के राष्ट्रीय घोषित किया है. 92 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली. 

मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार कल यानी 28 दिसंबर 2024 शनिवार को सुबह करीब 10 बजे नई दिल्ली में राजकीय सम्मान के साथ होगा. 

डॉ. मनमोहन सिंह ने 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने से पहले आरबीआई गवर्नर, योजना आयोग के उपाध्यक्ष और वित्त मंत्री का भी कार्यभार संभाला था.

उन्हें उदारीकरण के जरिए देश को गंभीर आर्थिक संकट से निकालने का श्रेय जाता है. इसके अलावे उनके नाम एक विशेष उपलब्धि भी है. 

यूं तो मनमोहन सिंह से जुड़े कई किस्से हैं, लेकिन इनमें से एक रुपये के नोट का वो किस्सा भी याद आता है, जिसमें पहली बार उनके हस्ताक्षर दिखाई दिए थे.

आपको बता दें वे देश के एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं, जिनका हस्ताक्षर भारत के नोटों (करेंसी) पर रहा है. 

2005 में मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के पद पर थे तब भारत सरकार ने 10 रुपये का एक नया नोट जारी किया था. उस पर मनमोहन सिंह के हस्ताक्षर थे. 

हालांकि नियमों के अनुसार उस समय एक रुपये के नोट पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर के नहीं बल्कि वित्त सचिव के हस्ताक्षर होते थे.

जब मनमोहन सिंह वित्त सचिव बने, तो उस दौरान जितने भी एक रुपये के नोट छापे गए, उन सभी पर उनके ही हस्ताक्षर थे.

16 दिसंबर 1982 से 14 जनवरी 1985 तक जब मनमोहन सिंह रिजर्व बैंक के गवर्नर बने थे. इस दौरान जितने भी नोट छपे, उनपर उनके हस्ताक्षर थे. 

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के तौर पर मनमोहन सिंह के कार्यकाल को बहुत सराहा गया था, और इस दौरान वे उस समय की सरकार की नजरों में आ गए थे.