पाकिस्तान की शहबाज सरकार क्या भारत से लेगी दुश्मनी? या फिर...
पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए चुनाव के बाद अभी भी कोई भी सरकार नहीं बन पाई है.
इसी बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) में गठबंधन सरकार बनाने पर सहमति बन गई है.
बिलावल भुट्टो और नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन ने मंगलवार देर रात घोषणा की कि वे सत्ता-साझेदारी समझौते पर पहुंच गए हैं.
किस्तान की नई सरकार के आने से भारत पर क्या असर होगा? ये जानने से पहले गठबंधन की शर्तों को समझ लेते हैं.
दोनों दल अपने गठबंधन में अवामी नेशनल पार्टी (ANP) और बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (BNP) जैसी छोटी पार्टियों को भी शामिल करेंगी.
ऐसे में नई सरकार IMF से एक नया लोन चाहती है. सरकार के सामने सबसे बड़ी मुश्किल आईएमएफ की कठिन शर्तों को मानना होगा.
पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार के दौरान भारत के साथ संबंध खराब रहे हैं.
वहीं अगर नवाज शरीफ की बात करें तो 2014 में पीएम मोदी ने उन्हें अपने शपथ ग्रहण समारोह में भी बुलाया था, जिसमें वह पहुंचे थे.
शहबाज शरीफ लगातार अपनी रैलियों में भारत और अफगानिस्तान के साथ संबंधों को बेहतर करने की मांग करते रहे हैं.