अब पाकिस्तान की खैर नहीं! PAK मीडिया ने किया पीएम मोदी के खिलाफ जहरीला प्रचार
भारत में लोकसभा चुनाव के लिए अभियान जोरों पर हैं. इन सबके बीच है पाकिस्तान कभी भारतीय नेताओं के बयानों को लेकर टिप्पणी कर रहा है तो कभी कश्मीर को लेकर
इस प्रोपेगैंडा में अब पाकिस्तानी मीडिया भी शामिल हो गया है. पाकिस्तान के मीडिया में भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव को लेकर लगातार दुष्प्रचार जारी है
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार ट्रिब्यून ने अपनी एक रिपोर्ट में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को हिंदू राष्ट्र में बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया है
इस लेख में कहा गया है कि तीसरे कार्यकाल में जाने के लिए पीएम मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी ने
बहुसंख्यकों (हिंदुओं) की भावनाओं को भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी है
इस रिपोर्ट में पीएम मोदी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधों का जिक्र करते हुए आरएसएस को कट्टरपंथी संगठन बताया गया है
रिपोर्ट में नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए 2002 के दंगों का जिक्र किया गया है
इसमें कहा गया है कि इन दंगों में आरएसएस की प्रमुख भूमिका थी, जिसके चलते हजारों मुसलमान मारे गए और लाख से ज्यादा विस्थापित हुए
ट्रिब्यून ने लिखा, पूरे घटनाक्रम के दौरान मोदी ने चुप्पी साधे रखी और दंगों को रोकने के लिए कुछ नहीं किया
रिपोर्ट में गुजरात को 'मुसलमानों के खिलाफ मोदी का पहला राज्य-प्रायोजित कार्यक्रम' बताया, इसमें गुजरात को 'हिंदू राष्ट्रवाद की प्रयोगशाला' कहकर संबोधित किया गया
ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी ने किसी पंथ की तरह अपने अनुयायी तैयार कर लिए हैं और बीजेपी की बढ़ोतरी के पीछे ये सबसे बड़ी वजह है
ट्रिब्यून ने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए लिखा, ये एक ऐसा देश बन गया है,
जहां हिंदू भीड़ खुलेआम मुसलमानों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत भरे भाषण देती है और उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है
रिपोर्ट में राममंदिर का जिक्र करते हुए कहा गया है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी को देवताओं की श्रेणी में पहुंचा दिया है