पीएम मोदी से थर-थर कांपा पाकिस्तान! कहा- नया भारत घर में घुसकर मारता है...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर में घुसकर मारने वाले बयान से पाकिस्तान का खौफ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है
अब पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच पर इसका जिक्र करते हुए भारत के खिलाफ जहर उगला है
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने आरोप लगाया कि भारत पाकिस्तान के अंदर घुसकर लोगों को मार रहा है
अकरम ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि "नया भारत" आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारता है
अकरम ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का इस्तेमाल भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने में किया. इस दौरान पाकिस्तानी प्रतिनिधि को भारत से तगड़ा जवाब मिला
वाशिंगटन पोस्ट का जिक्र करते हुए अकरम ने कहा, "भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने अपने समर्थकों से कहा था कि
आज भारत के दुश्मन जानते हैं कि ये मोदी है, ये नया भारत है, ये नया भारत घर में घुसकर मारता है" उन्होंने आगे कहा, 'ये नया भारत खतरनाक है. ये दुनिया के लिए खतरा है.
इसके साथ ही पाकिस्तानी राजनयिक ने बेबुनियाद दावा भी किया कि भारतीय खुफिया एजेंसियां अमेरिका और कनाडा में ऐक्टिव रही हैं'
उन्होंने कहा, "दो दिन पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने सुरक्षा परिषद के साथ की संयुक्त राष्ट्र महासचिव और
महासभा के अध्यक्ष को पाकिस्तान में भारत द्वारा निशाना बनाकर की गई हत्याओं के बारे में जानकारी दी थी
दूसरे क्षेत्र में घुसकर की जाने वाली ये हत्याएं सिर्फ पाकिस्तान तक ही सीमित नहीं हैं
ये कनाडा में राजनीतिक विरोधियों की हत्या और अमेरिका में हत्या के प्रयास के साथ ही संभवतः अन्य देशों तक पहुंच गई हैं"
पाकिस्तानी प्रतिनिधि के आरोपों पर भारत ने संयुक्त राष्ट्र में करारा जवाब देते हुए आतंकवाद पर पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड दुनिया के मंच पर खोल कर रख दिया
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, ठहमने एक निश्चित प्रतिनिधिमंडल की टिप्पणियों से खुद को अलग रखने का फैसला किया है,
जिसमें न केवल शिष्टाचार की कमी है बल्कि उसकी हानिकारक प्रकृति के कारण हमारे सामूहिक प्रयासों में भी बाधा आती है
उन्होंने कहा, क्या उस देश से नहीं पूछा जाना चाहिए जो सबसे संदिग्ध ट्रैक रिकॉर्ड रखता है" उन्होंने कहा, पाकिस्तान आतंकवाद के जरिए हर तरफ कलह फैलाता है
शत्रुता पैदा करता है और दुनिया भर में सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं की वकालत करने वाले सम्मान और सद्भाव के सार्वभौमिक मूल्यों को कमजोर करता है