अमेरिका की इस एजेंसी किया कमाल, कबूतर में फिट किया स्पाई कैमरा, ऐसे करता है जासूसी

कबूतर की गिनती एक समझदार पक्षी में होती है. यहीं कारण है कि कबूतर को एक जासूसी पक्षी भी कहा जाता है.

इसके लिए इन कबूतरों के ऊपर कैमरा बांधा जाता था. आज भी कई इलाकों में इनका इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जाता है.

हाल में ही एक मामला सामने आया है जिसमें जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हुए कबूतर को रिहा किया गया है. 

अगर आप जासूसी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं, तो उसके पकड़े जाने का चांस बहुत ज्यादा होता है.  आइए समझते हैं पूरा मालमा.

अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी CIA (सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी) ने काफी पहले इस तरह की जासूसी के लिए एक डिवाइस डेवलप किया था. इस कैमरे को कबूतरों पर बांध दिया जाता है 

CIA ने जो कैमरा डेवलप किया था उसकी मदद से सौकड़ों फीट ऊंचाई से भी फोटोज क्लिक की जा सकती हैं. 

इन कबूतरों को उड़ाने के साथ ही कैमरा को फोटोज क्लिक करने के लिए ऑन कर दिया जाता है. इनमें एक छोटी बैटरी लगी होती है.

हालांकि, इस तरह के कबूतरों से बारे में ज्यादा जानकारी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर मौजूद नहीं है. 

वैसे तो CIA ने अपने डिटेल पेज में बताया है कि ये प्रोग्राम फेल रहा था. क्योंकि किसी निश्चित लोकेशन तक इन पक्षियों को भेजना एक मुश्किल काम है. 

इन सब के बाद भी कई मौकों पर जासूसी करने वाले कबूतरों को पकड़ा गया है, जिन पर कैमरा इंस्टॉल किया जाता है.