बयाना शहर में एक बहुत बड़ा किला है, जो अपने इतिहास और आकार के लिए पहचान रखता है. इस किले को महाराज विजयपाल ने 1040 ईसवी में बनवाया था.
इसके वजह से महाराज विजयपाल ने मथुरा के मैदान पर बनी अपनी पुरानी राजधानी छोड़ी. इसके बाद पूर्वी राजस्थान की मानी नाम की पहाड़ी के शिखर पर बयाना दुर्ग बनवाया.
इतिहास से मिली जानकारी के मुताबिक, 1045 ई. में महाराजा विजयपाल का अबूबकर शाह कंधारी से भयंकर युद्ध हुआ था. कहते हैं कि इस युद्ध के बाद ही यहां की महिलाओं ने जौहर का रास्ता अपनाया था.
इतिहासकार बताते हैं कि राजस्थान के इतिहास में पहला जौहर इस किले मे ही हुआ था. महाराज विजयपाल की मृत्यु 1093 ईस्वी के बाद इस किले पर मुस्लिम आधिपत्य का राज हो गया था. .