यहां 1-2 नहीं बल्कि 525 शिवलिंग की होती है पूजा, बेहद अनोखा है इतिहास
भगवान भोलेनाथ की महिमा अपरंपार है. भगवान शिव के हर एक धाम का ना सिर्फ अपना अलग महत्व है बल्कि श्रद्धालुओं की प्रगाढ़ आस्था सभी धामों की महत्वता का बखान भी कर देती है.
आज हम भगवान शिव के एक ऐसे ही धाम के बारे में आपको बताएंगे जहां देवों के देव महादेव का एक अलग ही रूप दिखता है.
जी हां हम बात कर रहे हैं राजस्थान के कोटा में स्थित सहस्त्रशिवलिंग धाम की. इस धाम में एक दो नही बल्कि पूरे 525 शिवलिंग स्थापित हैं.
यहां हर साल भारी संख्या में शिवभक्त शिवलिंग के दर्शन पूजन के लिए आते हैं. यहां भगवान शिव के 1008 नाम के छोटे छोटे शिवलिंग भी स्थापित हैं.
इस मंदिर में 525 शिवलिंग के बीच एक भव्य शिवलिंग है, जिसकी उचाई 11 फीट और वजन 14 टन है.
बताया जाता है कि इन शिवलिंग को अलग अलग तीर्थ स्थलों से पूरे विधि विधान के साथ लाया गया है.
इस मंदिर से जुड़ी कई कहानियां हैं जिसमें से एक यह है कि इस जगह पर ही भगवान शिव ने ब्रह्मा और विष्णु का अहंकार तोड़ा था.
इस मंदिर में देश भर से भक्त अपनी मुराद लेकर पहुंचते हैं.
कहते हैं जो यहां पर इस भव्य शिवलिंद का अभिषेक करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.